डॉ भीमराव अम्बेडकर की जीवनी.
By:-Mahesh Kumar Verma
डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जीवनी: पूरी कहानी रिसर्च द्वारा - महेश कुमार वर्मा
भारतीय जनता के जीवन में महापुरुषों का विशेष महत्व होता है, जो समाज में परिवर्तन लाने के लिए अपना पूरा जीवन अर्पित करते हैं। डॉ. भीमराव अम्बेडकर एक ऐसे महापुरुष हैं, जिन्होंने अपने विचारों, कार्यों और संघर्षों के माध्यम से भारतीय समाज में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक सुधार की प्रेरणा दी। डॉ. भीमराव अम्बेडकर के जीवन की एक पूरी कहानी इस ब्लॉग में हम आपके साथ साझा कर रहे हैं, जो 'महेश कुमार वर्मा' द्वारा शोधित गई है।
डॉ. भीमराव रामजी अम्बेडकर 14 अप्रैल, 1891 में मध्य प्रदेश के महू (जो आजकल मध्य प्रदेश में स्थित है) में एक श्रमिक परिवार में जन्मे। उनके पिता ने उन्हें शिक्षा का महत्व समझाया और वे बाद में शिक्षा के क्षेत्र में एक उच्च स्थान प्राप्त करने में सफल रहे। वे अच्छे छात्र रहे और ब्रिटिश शासन के जमीनी एजेंट बनने के बावजूद, उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी।
सफलतापूर्वक छात्रवृत्ति पाने के बाद, डॉ. अम्बेडकर ब्रिटिश कोलंबो उच्चतर विद्यालय, बॉम्बे विद्यापीठ और कॉलीज लंबर्सनसे, लंदन विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त करने का सुनहरा अवसर प्राप्त किया। उन्होंने अपनी पढ़ाई में उच्च प्रायोगिकी की शिक्षा प्राप्त की, जिससे उन्हें विशेष ज्ञानवर्धन का मौका मिला।
वापस भारत लौटने के बाद, उन्होंने विभिन्न व्यापारी और भारत सरकार के पदों पर कार्य किया, लेकिन उनकी मुख्य आकर्षण सक्रिय रूप से जनहित में योगदान देने की ओर रही। उन्होंने भारतीय संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारतीय नागरिकों को सामाजिक, धार्मिक और आर्थिक अधिकार प्रदान करने के लिए कानून में संशोधन करा।
उनकी जीवनी में एक और अहम योगदान है, जो वे दलित समाज के लिए किए गए संघर्ष हैं। डॉ. अम्बेडकर को दलितों के अधिकारों की रक्षा करने, उनके उत्थान और समाज में सम्मान प्राप्त कराने के लिए अग्रगण्य रूप से समाजिक सुधार के लिए समर्पित होने की प्रेरणा थी।
डॉ. भीमराव अम्बेडकर के एक अद्भुत संघर्ष के दौरान, वे नौ वर्षों तक भारतीय संविधानसभा के मुख्य विचारधारी रहे और कानून के माध्यम से राष्ट्रीय एकता और भारतीय समाज में न्याय सुनिश्चित की।
डॉ. भीमराव अम्बेडकर की मृत्यु 6 दिसंबर, 1956 में हुई, लेकिन उनकी उपलब्धियां और योगदान हमेशा याद रखे जाएंगे। आज भी उनके विचारों और समर्पण को सम्मान और प्रशंसा मिलती है, जो वे समाज में परिवर्तन लाने के लिए किए गए। उनके आदर्शों और मतभेदों को आधार बनाते हुए ही हम आगे बढ़ सकते हैं और भारत को आगे बदने का दिशा दे सकते हैं।
सामाजिक सुधार, आर्थिक प्रगति और न्याय के मामले में एक सशक्त और समग्र भारतीय समाज के निर्माण का सपना देखने वाले डॉ. भीमराव अम्बेडकर के योगदान को संजीवनी मानकर हम मानवता को प्रगति की ओर ले जा सकते हैं।
डॉ. भीमराव अम्बेडकर का जीवन और उनके योगदान वास्तव में प्रेरणादायक हैं और हमें सदैव उन्हें सम्मान और गर्व महसूस करना चाहिए। धन्यवाद।